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Ajay Pandey

Abstract

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Ajay Pandey

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तब इस दिल में प्यार न होगा

तब इस दिल में प्यार न होगा

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तब इस दिल में प्यार न होगा

जब रूठेगा हृदय हमारा,

तब इस दिल में प्यार न होगा।


कितनी बातें कहें सुनेंगे,

शूल हृदय में कहीं चुभेंगे।

बातों से जब छलनी होगा,

पायेगा जब पग-पग धोखा।

जब टूटेगा हृदय हमारा,

नयनों पर अधिकार न होगा।


बस गीतों में प्रेम बुनेंगे,

राहों के अवरोध चुनेंगे।

तुमसे दिल की बात कहेंगे,

नयनों में नव स्वप्न सजेंगे।

जब टूटेगा स्वप्न हमारा,

पलकों का सिंगार न होगा।


हम-तुम जब तक साथ चलेंगे,

खुशियों के सब फूल खिलेंगे।

छूटेगा जो साथ हमारा,

टूटेगा विश्वास हमारा।

तब न लगेगा कोई प्यारा,

फिर कोई श्रृंगार न होगा।


आँसू का जब मोल न होगा,

बातों का भी मोल न होगा।

जब कोई व्यवहार न होगा,

जब मन में उजियार न होगा।

सत्य फिरेगा मारा-मारा,

फिर सुंदर संसार न होगा।



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