स्वास्थ्य
स्वास्थ्य
रखना अपने स्वास्थ्य को, हरदम ही तैयार
स्वास्थ्य नहीं कुछ भी नहीं, धन दौलत बेकार।
खान-पान नियमित रहे, सादा शुद्ध विचार
जीवन में हो योग तो, कभी नहीं बीमार।
आलस में जीना नहीं, आलस है इक रोग
त्याग तपस्या है बड़ी,सुखमय जीवन भोग।
कभी नहीं बीमार हो, जीवन में हो रंग
करना ऐसा काम तुम,खुशियाँ छाय उमंग।
रोज उठोगे भोर में, और टहलना शाम
देह बनेगी आपकी, तन-मन भी आराम।।
