स्वामी चिन्मयानंद
स्वामी चिन्मयानंद
स्वामी चिन्मयानंद महाराज जग में हैं विख्यात
संस्कृति के वाहक धर्मशास्त्र इन्हें था ज्ञात।
वेदांत दर्शन के थे ये प्रवक्ता बहुत महान
चिन्मयानंद जी का वृहद था गीता ज्ञान।
चिन्मय मिशन की इन्होंने की थी स्थापना
शुद्ध धर्म का प्रचार करना था उनका सपना।
उपनिषद गीता जैसे धर्म ग्रंथों की व्याख्या की
धर्म की नींव रखी धर्म भ्रांतियों की आख्या की।
मुंबई संदीपनी द्वारा किया ब्रह्मचारियों का प्रशिक्षण
ज्ञान यज्ञ से पूर्ण किया जनमानस का अंतः करण।
इनके गुरु रहे स्वामी शिवानंद महाराज
इनके प्रयासों से भारतीय संस्कृति जीवित है आज।
गुरु से दीक्षा पाकर यह चिन्मयानंद कहलाए
इनके सानिध्य में अनुयायी परम आनंद पाए।
आठ वर्षों तक वेदांत का किया गहन अध्ययन
ज्ञान की खोज करता रहा इनका अंतर्मन।
भारतीय संस्कृति में अविस्मरणीय इनका योगदान
आज हम अपनी लेखनी से करें इनका सम्मान।
तर्कसंगत और प्रेरणादाई होते थे इनके प्रवचन
धार्मिक भ्रांतियां दूर करके शुद्ध किया अंतर्मन।
