सामाजिक सरोकार
सामाजिक सरोकार


ये तेरा हौसला है, जो तुझे जीत तक ले जाएगा,
अपने सतत प्रयासों का फल अवश्य तू पायेगा।
मन में भगीरथ के जैसी लगन तुझे जगानी होगी,
स्वेद बिंदुओं की मस्तक पर उपस्थिति लानी होगी
एक दिन सार्थक तेरी प्रत्येक कुर्बानी होगी,
प्रयासों की राह कदापि न तजना तू साथी,
जीत का परचम एक दिन विश्व में लहराएगा।
ये तेरा हौसला है जो तुझे जीत तक ले जाएगा...
कर्तव्यों की भट्टी में तपकर काया बनती है सोना,
नैराश्य की बरखा से अंतस कभी मत धोना,
जीवन में कुछ पाने के लिए पड़ता ही है खोना,
आलस्य त्याग कर कर्म पथ पर चल तू अविरल ,
गंतव्य सुगम होगा और लक्ष्य प्राप्त हो जाएगा।
ये तेरा हौसला है, जो तुझे जीत तक ले जाएगा...
जीवन के घने तिमिर में तुझे दीप सा जलना होगा,
समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना होगा
रवि की भाँति नित्य कर्म साधना में जलना होगा,
निज गुणों के ओज से दीप्तिमान कर जग को,
राहों से अवश्य ही ये अंधकार मिट जाएगा।
ये तेरा हौसला है, जो तुझे जीत तक ले जाएगा...
हर क्षण बहती रहती है जीवनदायिनी पवन,
दूसरों के लिए मुकुलित हैं प्रसूनों का उपवन,
परहित के लिए धारण कर हे मानव !निज तन,
जीवन के पृष्ठ पर सद्कर्मों से कर दे तू हस्ताक्षर,
विश्व इतिहास में तेरा नाम अमर हो जायेगा।
ये तेरा हौसला है जो तुझे जीत तक ले जाएगा...!