STORYMIRROR

Gayatri Singh

Inspirational

4  

Gayatri Singh

Inspirational

सुखमय होगा अपना संसार

सुखमय होगा अपना संसार

1 min
388

भाव सकारी रखते हुए मन में,

रखना है हमको सदा ये ध्यान।

ये समाज-तन-मन और जीवन,

अनुपम हमको प्रभु का वरदान।


हम सब संतति हैं परमेश्वर की,

है सारा जगत एक ही परिवार।

है नासमझी और है बेहोशी है

निज परिजन संग में तकरार।


जैसे बढ़ते गए हम इस जग में,

भूलें लक्ष्य और प्रभु का संदेश।

समझ श्रेष्ठ खुद को हीन दूजों को

भ्रमित होकर बांट रहे हैं उपदेश।


जग को बदलना अति दुरूह है

तो हम अपने ही में करें सुधार।

समायोजित कर लेवें अपने को

तो सुखमय होगा अपना संसार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational