सुदृढ़ हस्ताक्षर
सुदृढ़ हस्ताक्षर
मैं अब मज़बूत बन गई हूँ
पहले की तरह ना कमज़ोर हूँ !
अपने साहस व हौसले से बनी
एक बेहद अदद तस्वीर हूँ !
अपनी बिगड़ी तकदीर संवार दूँ
मैं अब खुद एक खास मुखबिर हूँ !
अपनी पहचान को खांचे में गढ़ुँ
मैं अब अपनी सुदृढ़ हस्ताक्षर हूँ !
