सत्य
सत्य
जानना मुश्किल बड़ा सत्य को
बहुत तरह से मिल सकता ये
बुद्धि जो भगवान ने दी हमें
ये भी साधन, एक उनमें से ।
सभी मनुष्य करोड़ों वर्षों से
इससे ही सत्य को खोज रहे
कुछ ने सत्य पा लिया इससे
कुछ अभी फँसे हुए भँवर में ।
मन के रास्ते सत्य को पाना
बहुत ही कठिन काम है लगता
मन बड़ा ही चंचल मनुष्य का
एक जगह पर कभी ना टिकता ।
सत्य को अगर पाना है
करना होगा मन को वश में
प्रभु में लग जाता है जब ये
मनुष्य सत्य को तभी पा सके ।
योग साधना से भी मनुष्य ये
सत्य को है पाना चाहता
कठिन परिश्रम ना करे तो
सत्य हाथ से फिसल है जाता ।
सत्य की खोज में सभी लगे हुए
पर कोई बिरला ही पाता इसको
संत लोग ही छू सकें इसे
मिलता ना ये हर किसी को ।
इंद्रियाँ और अपने चित्त को
वश में करना बहुत ज़रूरी
आत्मा इससे शुद्ध हो जाता
सत्य की खोज हो जाए पूरी ।
शरीर, इंद्रियाँ, मन और चित्त ये
सभी शुद्ध हों प्रभु सिमरन से
हृदय में सत्य होता उजागर
आत्मा लीन हो परमात्मा में ।