सत्य-सफर
सत्य-सफर
उनका हमेशा सरल होता है, सफर
जिनकी नियत में भरा होता है, जहर
वो मंजिल पे जाकर भी हार जाते है,
जिनके दिल में बना होता है, झूठ-घर
वो हारकर भी बन जाते है, बाजीगर
जो चलते है, सदा अच्छाई की डगर
उनका हमेशा कठिन होता है, सफर
जो सदा ईमानदारी से करते है, बशर
बिन सँघर्ष के भी सड़ जाता है, निर्झर
झूठ कितना ही ताकतवर क्यों न हो,
अंत मे जीत जाता है, सत्य का शहर
जिसके इरादें होते है, स्वच्छ-सुंदर
वो उड़ते है, आसमान में बिना पर
जो चलते है, सफर में होकर निडर
उनका भले कठिन होता है, सफर
आखिर में जीतता है, सत्य-सफर।