"सर्वव्यापक राम"
"सर्वव्यापक राम"
श्रीराम की भगवतता पर,
प्रश्न चिन्ह क्यों।
अपने दीवालेपन पर,
प्रश्न चिन्ह लगा।
ईश्वर तो फिर ईश्वर,
उसे क्या जानेगा भला।
मेरे राम, तेरे राम अरे वे,
सबके राम है।
दृष्टि खोल, वे तो नयनाभिराम है,
सर्वशक्तिमान है, परम वैभवशाली है।
साक्षात है परमब्रह्म,
सब रहित विरागी है।।
