सरगना
सरगना
कलुआ रईस परिवार से सम्बंध रखता था। पढ़ाई में कभी भी उसका मन नहीं लगा।बचपन से ही गलत संगत में पड़ गया । जवानी तक आते-आते उसने कई वारदातों को अंजाम दे दिया। जिससे तंग आकर घरवालों ने उसे घर से निकाल दिया।अब वो इस इलाके का बहुचर्चितए कुख्यात तथा लाखों का इनामी बदमाश है। जिसके नाम से ही लोग थर-थर काँपते हैं। वो उस गिरोह का सरगना है, जिसका मुख्य काम चोरी, डकैती, लूटपाट तथा अपहरण है । लोगों के जरा सा भी विरोध करने पर वे सरेआम उन्हें गोलियों से भून देते हैं।
आज गिरोह के सदस्यों ने जिस घर में डकैती की घटना को अंजाम दियाए उस घर के मालिक के विरोध करने पर उन्होंने उसे बाँध कर अपने सरदार कलुआ के समक्ष पेश कर दिया। कलुआ ने जैसे ही उन्हें मारने के लिए दोनाली अपने हाथ में ली, उसके हाथ थर-थर काँपने लगे तथा दोनाली हाथ से छूट गई। सामने खुद के बाप को बँधा हुआ देख कर उसका सोया जमीर जाग उठा। आज तक जिन निर्दोषों को तू मारता आ रहा था, वो भी तो किसी के बाप और भाई थे। दुनिया के घरों को लूटने वाले ने खुद का ही घर लुटा डाला।