" सपने बोरियों में "
" सपने बोरियों में "
सपने.......
कुछ बड़े कुछ छोटे
कुछ मीठे कुछ तीखे
कुछ सच्चे कुछ झूठे
सब बंद इन बोरियों में
आओ.......इन्हें खोले
इन्हें जिएं,इन्हें सच करें
एक - एक कर इनकी गिनती कम करें ।
सपने.......
कुछ बड़े कुछ छोटे
कुछ मीठे कुछ तीखे
कुछ सच्चे कुछ झूठे
सब बंद इन बोरियों में
आओ.......इन्हें खोले
इन्हें जिएं,इन्हें सच करें
एक - एक कर इनकी गिनती कम करें ।