सफेद कोट
सफेद कोट
सफेद कोट पहचान हमारी
हम डट कर खड़े हैं।
आपकी सेवा मे तत्पर
स्वयं से भी लड़े हैं।
है हमें मालूम अपना
धर्म और फर्ज़ निभाना।
आयें चाहें लाख तूफ़ाँ
आता नहीं पीछे हटना।
न देखें दिन और रैन
बस एक टांग पे खड़े हैं।
सफेद कोट पहचान हमारी
हम डट कर खड़े हैं।
आपकी सेवा मे तत्पर
स्वयं से भी लड़े हैं।
मन में सेवा भाव लिए
मानवता भी भारी है।
दिल से जिनके दुआ निकले
उनका इलाज हमारी ज़िम्मेदारी है।
बस इन्हीं दो शब्द के खातिर
हम जी जान से लगे हैं।
सफेद कोट पहचान हमारी
हम डट कर खड़े हैं।
आपकी सेवा मे तत्पर
स्वयं से भी लड़े हैं।
