संयुक्त परिवार
संयुक्त परिवार
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दादा दादी नाना नानी धरोहर है समाजकी,
उत्तम संस्कार परवरिश ,फुहार है प्यार की।
कुछ पाने की ख्वाहिश ने, मौत की संयुक्त परिवार की,
कठपुतली बना दिया नाजुक पौधे को, केयरटेकर के उंगली की।
जागो युवानो, संभलो प्यारो, कही देर ना हो जाए;
मुरझा न जाए मासूम पौधा, बिखर न जाए बचपन अपने लालका।