संकल्प लेना होगा
संकल्प लेना होगा
सुना है, कोरोना की तीसरी लहर आ रही है
यह सुनकर ही हमारी जान जा रही है,
नहीं सह पा रहे दूसरी का कहर
फिर कैसी होगी यह तीसरी लहर
वैज्ञानिक बता रहे बच्चो पर ही होगा कहर,
अब तो अपनो को भी अपनो से लगता है डर,
पहली लहर को जैसे तैसे बचते बचाते निकाला था
चारो तरफ सख्त लाॅकडाउन का पसरा हुआ सन्नाटा था,
कोरोना की चैन तोड़ने हेतु, मन मंे आस जगाई थी,
सबने घरों में दीपक जला, थाली भी बजाई थी,
डराते हुए पहली लहर प्रभाव दिखाकर चली गई
महामारी की मार में जनता बुरी तरह छली गई,
फिर दूसरी लहर के साथ मार्च का महिना आया,
इस बार दुखद एवं दर्दनाक लहर लेकर लाया,
उजाड़ दिए कई परिवार, कई उजड़ते जा रहे,
जो बच गए वो लोग इलाज के नाम ठगे जा रहे
न मिली आॅक्सीजन, न ही इलाज का ठिकाना है
भगवान कैसा आया, यह जालिम बेदर्द जमाना है,
न बीमारों का अस्पताल में, न ही मरघट में है ठिकाना,
अब बता रहे है कि तीसरी लहर आने वाली है,
मतलब, घर बैठे ही भारी तबाही मचाने वाली है,
इस लहर से सबको बचना व बचाना होगा,
संगठित होकर सभी को सामने आना होगा,
ब्रेक करना होगा पहले इस भंयकर कहर को,
चैन तोड़ दूर करना होगा कोरोना की लहर को,
प्रण लेकर हम सब तोड़ देगें कोरोना की चैन,
उस दिन घर घर में होगा, सुख एवं अमन चैन।
