समय
समय
भिन्न भिन्न हैं घड़ियाँ लेकिन,
समय एक ही बतलाती।
अलग अलग कीमत है लेकिन,
समय वही है दिखलाती।
पल पल की कीमत को जानो,
हर पल का सदुपयोग करो।
त्यागो तुम आलास को जल्दी,
मेहनत से तुम नहीं डरो।
आज करो तुम सारे काज,
वरना यह बनता है कल।
व्यर्थ समय को मत करना तुम,
लौट कहाँ सकते वो पल।
घड़ियाँ भी तो टिक टिक करके,
बात यही समझती है।
आज नहीं जो तुम करते तो,
कल बारी उसकी आती है।
जान समय की कीमत को,
तुम सफल बन जाओगे।
इस तरह तुम अपने प्यारे,
भारत का मान बढ़ाओगे।
