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Bhavana .

Tragedy Classics Inspirational

4  

Bhavana .

Tragedy Classics Inspirational

समय

समय

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रुकती नहीं, थकती नहीं

चलती रहती हैं, 

खुद का महत्व समझा के

दौड़ती रहती हैं। 


किसी के वश में नहीं

किसी के बस में नहीं, 

खुद की मालकिन हैं

खुद का महत्व समझा के

दौड़ती रहती हैं। 


पल भर को आराम नहीं

रुकना इसका काम नहीं, 

खुद का महत्व समझा के

दौड़ती रहती हैं। 


गुजर जाती हैं हवा की तरह

फिसल जाती हैं रेत की तरह, 

खुद का महत्व समझा के

दौड़ती रहती हैं। 


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