समय का सदुपयोग और सद्व्यवहार
समय का सदुपयोग और सद्व्यवहार
कभी व्यर्थ न समय गंवाइए ,है समय बड़ा ही अनमोल ।
खाली से तो बेगार भली ,आया अनुभव मिलेगा न मोल।।
हम खाली यदि बैठे रहेंगे तो ,हमको निश्चित ही मिलेगा तनाव ।
आत्मचिंतन कुछ पल करें तो पाएंगे सत्कार्यों का नहीं अभाव।।
सब प्रसन्न रह सकत हैं , जो सब परिस्थितियां होवें हैं अनुकूल।
है परीक्षा तव धैर्य-विवेक की, जब समय तुम्हारे हो प्रतिकूल।।
सबके संग ही कीजिए सदा ,अपनेपन का हर पल ही व्यवहार ।
पर दुष्टों से बच के रहिए उनसे कभी, कीजिए मत कोई तकरार।।