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आचार्य आशीष पाण्डेय

Abstract

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आचार्य आशीष पाण्डेय

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समय है

समय है

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आज के बुड्ढे हसीनाओं का टाइम बेस्ट करतें हैं

न जाने क्यों यूं घूम कर बुड्ढे उनको सेट करतें हैं

हसीनाओं के इन वाक्यों से मुझे आभास होता है

न जानें कितनी बार बुड्ढ़े उनको टेस्ट करतें हैं।।


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