सलीका(गजल)
सलीका(गजल)
हरेक से मिलना मिलाना सीख लो, मत करो झगड़ा किसी से, हाथ मिलाना सीख लो,
यही है सलीका जीने का
जिंदगी आसाँ बनाना सीख लो।
मिल नहीं सकता सारा आसमां किसी को, जो मिल गया उसी से बचाना सीख लो,
मत पड़ो फिजूल के झगड़े में हँसना हँसाना
सीख लो।
मत आजमाओ किस्मत को हमेशा, अपने बाजुओं
के दम पर जीना सीख लो,
रहोगे हर कार्य में सफल, इस मंत्र को आजमाना सीख लो।
छोड़ दो रंजिशें लेना किसी से, हर पल मुस्कराना सीख लो,
देखना फिर जिंदगी का मजा कैसा है, इस बात को आजमाना सीख लो।
मत रखो उम्मीद किसी से, एक भी सिक्के की
कभी, अपना तन मन लगाना सीख लो।
छोड़ कर सभी लड़ाई झगड़े हरेक के साथ हाथ मिलाना सीख लो,।
मुश्किल नहीं है कोई भी कार्य दोस्तों, दोस्तों से दोस्ती निभाना सीख लो।
सीख लो भाषा प्यार की सुदर्शन, हरेक को गले लगाना सीख लो,
भूल जाओगे अपना पराया एक दिन आपने आपको फिर से आजमाना सीख लो।