सलाह
सलाह
झर झर बहते थे आंसू तेरे आंखों से
जब भी मैं होती थी तेरे आस पास वे
तो आऊं मैं कैसे बोल
मनाऊं दिल को कैसे बोल
इक बार देखा नही देखा कई बार वे
दिल टूटे हो गया है इक साल वे
दिल ने सलाह दी है जाना नही पास तेरे
कैसे मैं मानू नही दिल की सलाह वे
तो आऊं मैं कैसे बोल
मनाऊं मैं कैसे दिल ने इजाज़त दी नही हमको
तो आऊ मैं कैसे तू ही बोल वे।