Sanjay Ronghe
Classics Fantasy Inspirational
दे ना तू सलाह मुझको
मैं भी हूँ समझदार थोड़ा।
चलते चलते गिर न जाऊं
काहे बनता है तू रोड़ा।
रिमझिम बारिश
तमन्ना
मैं भी हूँ वह...
नजर अंदाज
याद
और जी लेंगे
चाहत
सपना
बूँद
सलाह
वह जो छलका है अनमोल, उससे ना सौदा कीजे... वह जो छलका है अनमोल, उससे ना सौदा कीजे...
पुरुषोत्तम रहोगे तुम पर मैं सर्वोत्तम न हो पाऊँगी..... पुरुषोत्तम रहोगे तुम पर मैं सर्वोत्तम न हो पाऊँगी.....
अच्छा है, इन यादों का सफर मेरी साँसों तक है बस फिर चाहकर भी ये यादें... अच्छा है, इन यादों का सफर मेरी साँसों तक है बस फिर चाहक...
बहुत मन भाए ये झम-झम बरखा जब बूँदों का शोर मचाए... बहुत मन भाए ये झम-झम बरखा जब बूँदों का शोर मचाए...
बेफ़िक्री तो मेरी अब भी, उसी बचपन की गुल्लक में पड़ी है... बेफ़िक्री तो मेरी अब भी, उसी बचपन की गुल्लक में पड़ी है...
एहसास दिलाता है एक शक्ति का, एक विश्वास का... एहसास दिलाता है एक शक्ति का, एक विश्वास का...
कुछ किताबें चंद किस्से और क्या था, बस यही तो ज़िन्दगी का है फ़साना... कुछ किताबें चंद किस्से और क्या था, बस यही तो ज़िन्दगी का है फ़साना...
मैहर तेरा धाम बड़ा माँ शारदा तू कहलाए... मैहर तेरा धाम बड़ा माँ शारदा तू कहलाए...
ईश्वर ने जो सोच रखा है उसमें विघ्न क्यूँ ! होनी तो काहू विधि ना टरे ... ईश्वर ने जो सोच रखा है उसमें विघ्न क्यूँ ! होनी तो काहू विधि ना टरे ...
जीतेगा भारत, आगे बढ़ेगा भारत; चुनेंगे जिसको वही बाहुबली है... जीतेगा भारत, आगे बढ़ेगा भारत; चुनेंगे जिसको वही बाहुबली है...
सच्चा दोस्त, सच्ची तड़प; सच्ची फ़िक्र, सच्ची रहनुमाई, मेरा भाई... सच्चा दोस्त, सच्ची तड़प; सच्ची फ़िक्र, सच्ची रहनुमाई, मेरा भाई...
न हो नींव मुकम्मल क्या घर भी फिर... न हो नींव मुकम्मल क्या घर भी फिर...
पाँच पुत्रों की माँ होने का दान दिया अपने पुत्र होने का धर्म इस तरह निभाया ...। पाँच पुत्रों की माँ होने का दान दिया अपने पुत्र होने का धर्म इस तरह निभाया ....
आए जवानी जब भी, यह प्रकृति एहसास दिलाए, क्या उल्लेखन इसका करना, ये परिपूर्ण है खुद में... आए जवानी जब भी, यह प्रकृति एहसास दिलाए, क्या उल्लेखन इसका करना, ये परिपूर्ण ह...
गौरव तो है ही नहीं तू खुदा कह या कुदरत कहे... गौरव तो है ही नहीं तू खुदा कह या कुदरत कहे...
एक दहाड़ सच की लगाई है जंगल पूरा घबरा गया है... एक दहाड़ सच की लगाई है जंगल पूरा घबरा गया है...
अकेले-अकेले कब तक व्यतीत होगा यह जीवनकाल, प्रेम बंधन की अनगिनत बातें सजीव रहेंगी जीवनकाल... अकेले-अकेले कब तक व्यतीत होगा यह जीवनकाल, प्रेम बंधन की अनगिनत बातें सजीव रहेंग...
मैं लिखूँगा तुम्हें हर दर्द, हर उम्मीद हर एहसास में... मैं लिखूँगा तुम्हें हर दर्द, हर उम्मीद हर एहसास में...
वोटों की नर्सरी उगा वोट बैंक तैयार कर लिया... वोटों की नर्सरी उगा वोट बैंक तैयार कर लिया...
प्यार दिलों में जगाता है और प्यार की कहानियां को अधूरा छोड़ता है... प्यार दिलों में जगाता है और प्यार की कहानियां को अधूरा छोड़ता है...