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Nitu Mathur

Romance

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Nitu Mathur

Romance

शुभकामनाएं तुम्हारे लिए

शुभकामनाएं तुम्हारे लिए

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क्या इस उम्र के रुकने की है कोई तरकीब

ये तारीखों के जाले में जो बंधा है नसीब

ये इल्तज़ा जो मेरी मंजूर कर दे खुदा 

तुझसे कोई अपना कभी ना हो पाए जुदा,


हवा पानी के छींटे पड़ें तो सांसे ताज़ा रहे

जिंदगी के थपेड़ों से भी बल मेरा बना रहे 

जितने जले आग में रंग उतना दमके उजले 

तेरे दिल की धड़कन से दिल मेरा धड़कता रहे,


सच्ची खुशी किसी दुकान पर मिलती नहीं 

ना बाज़ार में कहीं मोहब्बत का सौदा होता है 

नफा नुकसान से परे होते हैं रिश्ते प्यार के 

इन्हें नापने तोलने का कोई तराज़ू नहीं होता,


पेड़ से बंधे पक्के धागों से दुआएं मांगी है 

बंद लिफाफे में आशाएं उम्मीदें भर दी हैं 

चुस्त दुरुस्त सेहत के ईंधन से जिंदगी चले

मोम सी पिघले नहीं, तू ज्योति बन दमके,


हर गुज़रे लम्हे की कभी ना बदले तस्वीर 

बस यही नाम, नैन - नक्ष ये रुतबा बना रहे 

बा मोहब्बत दुआओं का गुलदस्ता सजा रहे

तेरा हर पल चंदन के इत्र सा यूं महकता रहे। 


           



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