श्रीराम हैं अभी कहां
श्रीराम हैं अभी कहां
यदि रावण का उत्पात यहां,
फिर श्रीराम हैं अभी कहां ?
दस शीश कटे दशानन के,
फिर कौन शीश है बचा यहां।
काम-क्रोध और लोभ- मोह को,
क्या रावण ने दिया उपहार यहां।
हम सबके अंदर के रावण को,
क्या प्रभु श्रीराम करेंगे संहार यहां।
कुछ काम हमें भी करना यहां।
मत छोड़ भरोसे प्रभु के यहां।
क्या पता यदि प्रभु जी बैठे हों।
हम सबों की लिए आस वहां।