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Rashmi Sinha

Inspirational

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Rashmi Sinha

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शिव पार्वती

शिव पार्वती

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एक शिव जी ने गरल पिया,

समग्र विश्व में नाम किया,

पीढ़ियों से चला आ रहा गुणगान,

प्रसिद्ध हो चला नीलकंठ नाम,

   न जाने कितनी पार्वतियाँ---

   विष के घूंट नित पीती हैं,

   चेहरा हो या कंठ----

उजागर न कर, मर-मर के जीती हैं,

गले ही नहीं, तन पर भी विषधर लपेटे,

 इस किस्से को कौन देखे?

पार्वती तुम "बेनाम" ही मरती रहो,

 मत कहो अपनी व्यथा---

किसी से मत कहो



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