शिक्षक की महिमा
शिक्षक की महिमा
नमन करूँ शिक्षक आपको, शिक्षक मेरे भगवान,
विधा दाता आप है सचमुच बड़े महान,
शिक्षक बिना न हो जीवन की नैया पार,
शिक्षक तो है जीवन का आधार,
शिक्षक मे है सब के स्वरूप,
शिक्षक है संपूर्ण रूप,
शिक्षक शिष्य के भाग्य विधाता शिखर तक पहुचाता,
शिक्षक के चरणो मे शीश झुकाकर अच्छी शिक्षा पाता,
शिक्षक करता सभी विकार दूर, जीवन को सजाता,
शिक्षक बने कृष्ण कन्हैया,
दिया गीता का उपदेश,
अर्जुन ने निभाया कर्तव्य,
जैसे मिला उन्हें संदेश,
शिक्षक का शिष्य से ऐसा रिश्ता,
जैसे फूलों का बेलो से नाता,
शिक्षक की महिमा जो लिख पाये वो है अपरं पार,
पर हम जैसे तुच्छ प्राणी कहा से लाए वो कलम की धार,
वंदन है नित अभिनंदन है समस्त शिक्षक गणों का अभिनंदन हैं।