जब- तक है सांस गात में
जब- तक है सांस गात में
जब- तक है सांस गात में
संघर्ष है मानुष तेरे हाथ में,
,
सफलता भी कदम चूमेगी
असफलता भी ठोकर से घूमेगी,
जीवन है एक मुश्किल का मित्र
तू बन जा मुश्किल का हित,
दृढ़ बन तू अपने कर्म पर
मर-मिट जा तू अपने दम पर,
कोई बने ना तेरा सहारा
नभ-जगत का एक ही नारा,
तू कर अपने पर विश्वास
काबिल बन तू कामयाबी हो पास,
हर मंज़िल पर खुशी सुबह-शाम
अंत हो बस तेरे ही नाम।
