शिक्षक- हमारे मार्गदर्शक
शिक्षक- हमारे मार्गदर्शक
गुरु बिन ज्ञान न होत है, गुरु बिन दिशा अजान,
गुरु बिन इन्द्रिय न सधें, गुरु बिन बढ़े न शान।
अच्छा शिक्षक केवल वो नहीं है,
जो हमें शिक्षा देता है।
बल्कि वो है जो शिक्षा के साथ साथ,
हमें सही दिशा भी बताता है।
हमें सही गलत का अन्तर बताता है।
हमें हमारी खामियों का एहसास नहीं दिलाता,
वो हमेशा हमें प्रोत्साहित करता है।
कभी गुस्से तो कभी प्यार से समझाता है।
जिन्होंने हमें ज्ञान दिया,
वो शिक्षक ही है।
पहले अक्षर से अवगत कराया,
वो शिक्षक ही है।
जिन्होंने सबका सम्मान करना सिखाया,
वो शिक्षक ही है।
अंधकार से प्रकाश की ओर ले आया,
वो शिक्षक ही है।
सही ग़लत का पहचान कराया,
वो शिक्षक ही है।
बूरे भले का भेद बताया,
वो शिक्षक ही है।
सत्य का मार्ग दिखाया,
वो शिक्षक ही है।
सही मार्ग का चयन करना सिखाया,
वो शिक्षक ही है।
भटके हुए को राह दिखाया,
वो शिक्षक ही है।
नीचे से ऊपर उठाया,
वो शिक्षक ही है।
गुरु गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।
बलिहारी गुरु अपने गोविन्द दियो बताय।।
