शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
शुक्रिया तहे दिल से ,
डाॅ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का ,
जन्मदिन को अपने जिन्होंने
मनाने का ' शिक्षक दिवस ' के रूप में
शुभ अवसर दिया।
और उसी दिन से
बढ़ गया मान - सम्मान शिक्षक का,
जिंदगी के हर मोड़ पर,
शिक्षक से
भेंट होना निश्चित हो गया।
शिक्षक
जिंदगी का किसान,
पथ-प्रदर्शक,
लक्ष्य तक पहुॅॅंचाने वाला
सफलता की कुंजी होता है ,
जन्म लेते ही,
माता - पिता शिक्षक का
अवतार होते हैं,
जो बच्चों
को अच्छे संस्कार देते हैं।
और स्कूल की देहरी में
रखते ही कदम
होता है निर्माता
शिक्षक ही
हमारी भविष्य का ।
न हो होता शिक्षक यदि ,
तो मिट्टी का गोला ,
किस काम का होता ,
न अपने को पहचानता ,
न घर ,समाज ,देश तथा न संसार को।
पतली गली पर
चलकर ही लोग
पहुॅॅंचाते हैं चौराहे पर
ग्रहण करके ही स्कूली शिक्षा
आगे चलकर बन जाते हैं सांईनटिस्ट ।
उदाहरण है जिसका ,
देश में दिन दूनी रात चौगुनी
होना तरक्की का ,
मंगल , चाॅंद पर सैर कर आना ,
सूर्य पर जाने की योजना बनाना ।
बनकर शिक्षिका ,
सिखाने और सीखने की
अभूतपूर्व मिली है अनुभूति ,
शिक्षण और कला के क्षेत्र में,
पाकर और देकर सम्मान ।
मनाती हूॅं गर्व से
'शिक्षक दिवस '
क्योंकि मैं शिक्षिका थी ,
शिक्षिका हूॅं,
और शिक्षिका ही रहूॅंगी ।
भूत, वर्तमान और भविष्य के
सभी शिक्षकों को ढेर सारी
शुभकामनाऍं एवं बधाई....