दिवाली
दिवाली
' दिवाली ' भगवान राम के,
चौदह साल बाद,
अयोध्या लौटने की खुशी
में मनाई जाती है।
दिवाली का नाम
सुनते ही
कानों में फटाखों आवाज़
गूॅंज उठती है ...
दीयों की रौशनी से
शहर, गली, मोहल्ला,
सारा वातावरण
जगमगा उठता है।
पर क्या आपको पता है ?
फटाखों से वायु दूषित होती है,
जो जीव - जन्तु के लिए
हानिकारक है....
दीयों के जलने से भी,
वातावरण में
कार्बन डाइऑक्साइड
फैल जाता है।
तो हम प्रण करें,
कि अब से दिवाली पर,
हम न फटाखे फोड़ेगे,
और दीया जलाऍंगे।
बल्कि दिवाली मनाने का
अंदाज बदल देंगें,
गरीब और मरीजों में
मिठाई और उपहार बाॅंटकर।