" धनवान "
" धनवान "
सामाजिक तौर पर,धनवान का
मतलब,
धन प्राप्ति से लगाया जाता है,
जिसके पास ज्यादा धन हो
वह धनवान होता है।
परन्तु सही मायने में देखा जाए
तो धनवान को बहुत से गुणों से
ऑंका जाता है ,
कोई ममता का धनी होता है,
कोई नेकनीयत का धनी होता है,
तो कोई भलाई के लिए धनी होता है,
तो कोई प्यार का धनी होता है,
तो कोई इन्सानियत का धनी होता है
तो कोई अनबोलते प्राणी के देखरेख
का धनी होता है।
तो कोई शोहरत का धनी होता है,
तो कोई अपने कर्म से धनी होता है,
तो कोई सिफ अपने बोली का धनी
होता है,
तो कोई भक्ति - भाव का धनी होता
है।
यानी धनवान वो व्यक्ति नहीं ,
जिसके पास बहुत धन है,
बल्कि वो व्यक्ति होता है जो
दूसरों के दिलों राज करता है,
अपने कर्म, प्यार, नेकनीयत, ममता
के कारण,
जिसका सारा समाज इज्जत करता है ।