हाँ मैं मजदूर हूँ
हाँ मैं मजदूर हूँ
हाँ मैं मजदूर हूंँ
हालात से मजबूर हूँ
पर मैं मजबूत हूँ
क्योंकि मैं एक माँ हूँ।
माँ होना मेरा गर्व
स्त्रीत्व की पहचान
मेरा अमिट अभिमान
मेरे घर का मान ।
हालात की मजबूरी
अशिक्षित जीवन
रोजीरोटी ,नसाधन
मज़दूरी मज़बूरन।
मेहनत की खाती हूँ
भीख नहीं माँगती हूँ
बेटे को पीठ पर बाँध
इज्ज़त की कमाती हूँ।
एक वादा है तुझसे लाल
न तुझे अपना सा न बनाऊँगी
आज मेरे संग कष्ट सह ले तूँ
कल तुझे खूब-खूब पढ़ाऊँगी।
