शुभ मातृ दिवस
शुभ मातृ दिवस
सृष्टि के कण-कण में
बसा है माॅं शब्द ,
माॅं जैसा कोई
न हुआ है न होगा ,
जीव - जन्तु , चल- अचल ,
सभी ऋणी हैं माॅं के .....
पर ,
उसे न कोई चुका
पाया है, न पायेगा....
हर माॅं को दिल से सलाम,
प्रणाम, शत् शत् नमन
