शिकायत
शिकायत
तेरी ही चाहत करूँगा
तेरी ही इबादत करूँगा
तेरी ही पूजा और
तेरी ही अर्चना करूँगा
अपनी मुहब्बत से
ना तुझको रूसवा करूँगा
तू मुझपे भरोसा कर........
तू मुझपे भरोसा कर ......
।। न तो तेरी शिकायत, खुदा से करूँगा। ।

