STORYMIRROR

Manju Saini

Inspirational Others

4  

Manju Saini

Inspirational Others

शीर्षक:बंधन पापा बेटी का

शीर्षक:बंधन पापा बेटी का

1 min
423

एक न्यारा सा प्यारा सा बंधन देखो

हम दोनों का दुलार प्यार भरपूर दोनों का

आज भी पापा इंतजार आपका क्योंकि

बंधन पापा बेटी का…!

मेरे दुख में नयनों में पानी आपके

आपके जाने से नयन भरे पानी से

शब्दों का तार आज जोड़ती हूँ

बंधन पापा बेटी का…!

चाँद को निहारती हूँ आज भी रोज

यही सोच कि आप भी देख रहे हैं उसकी और

आसमान से जोड़ती हूँ दोनों का रिश्ता क्योंकि

बंधन पापा बेटी का…!

हवा की शीतलता में महसूस आप होते है

आपके नेह की शीतलता याद आती हैं

आपके स्नेह की बयार अब अधूरी हैं क्योंकि

बंधन पापा बेटी का…!

आज भी डरती हूँ अंधेरे से मैं

सोच कि आप साथ होंगे ही मेरे

सम्बल सा मिलता हैं आज भी क्योंकि

बंधन पापा बेटी का…!

रात होने पर याद आपकी आती हैं

वही लोरी कहानियां आज भी याद आती हैं

किस्से आज भी नए लगते हैं क्योंकि

बंधन पापा बेटी का…!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational