पर ये मुलाकात, मुलाकात नहीं बस मेरे ख्याल ही है पर ये मुलाकात, मुलाकात नहीं बस मेरे ख्याल ही है
पर अपनी धरती पुकारती थी कुछ करेंगे हम, ये निहारती थी पर अपनी धरती पुकारती थी कुछ करेंगे हम, ये निहारती थी
तस्वीरें भी उदास हैं, लाइब्रेरी की दीवारों में। कहती हैं ये दिन बुरे, कब तलक फिरेंगे।। तस्वीरें भी उदास हैं, लाइब्रेरी की दीवारों में। कहती हैं ये दिन बुरे, कब तलक ...
आसमान से जोड़ती हूँ दोनों का रिश्ता क्योंकि बंधन पापा बेटी का… आसमान से जोड़ती हूँ दोनों का रिश्ता क्योंकि बंधन पापा बेटी का…