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Kavita Sharrma

Inspirational

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Kavita Sharrma

Inspirational

शेख चिल्ली

शेख चिल्ली

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201

जीवन में श्रम से ही सब मिलता

ख्याली पुलाव पकाने से कुछ हाथ न लगता

बड़े बड़े सपने देख ,बड़ी बड़ी उम्मीदें बांध

सपनों के सारे खजाने को न तू अपना जान

सपने तो सपने हैं आखिर इक दिन टूट ही जाते हैं

हकीकत की कठोरता से परिचित हमें कराते हैं

बड़े बड़े सपने देखो तो कुछ उनपर श्रम भी करो

यूं ही ख्यालों में रहकर न विचरण तुम करो।


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