Vishal patil Verulkar
Romance
शायर हूं शायरी
नहीं आती
कलम चलाता हूं
कलमकारी नहीं आती
एक छोटा सा
आशिक हूं
ख्वाबों से निकलकर
आशिकी करनी नहीं आती।
शब्द
जिंदगी
प़्यार
वीर सपूतों
याद
चांद
दुआ
क्या तुम्हारे ग़म में हम ये ज़माना छोड़ दे क्या तुम्हारे ग़म में हम ये ज़माना छोड़ दे
उसका हाथ मेरे हाथ में था ये काफ़ी था मुझे...मेरा सिर उसके कन्धे पर था ये लाज़मी था उसे.... उसका हाथ मेरे हाथ में था ये काफ़ी था मुझे...मेरा सिर उसके कन्धे पर था ये लाज़मी ...
सच्चा प्रेम देह का मोहताज नहीं होता... और जहां शर्तें होती हैं नियम होते हैं. वहाँ प्रेम. सच्चा होता... सच्चा प्रेम देह का मोहताज नहीं होता... और जहां शर्तें होती हैं नियम होते हैं. वह...
तुम्हारे होने का एहसास दिलाता यह, नई नवेली दुल्हन की तरह हर पल शरमाता इठलाता अपने आप में ही सिमट ज... तुम्हारे होने का एहसास दिलाता यह, नई नवेली दुल्हन की तरह हर पल शरमाता इठलाता अ...
बाहर से देखो तो सब अच्छा लगता है रिशते भी प्यार भी पर अन्दर से सब झूठा है टूटा है बाहर से देखो तो सब अच्छा लगता है रिशते भी प्यार भी पर अन्दर से सब झूठा है टूटा ह...
एक तुम ही नहीं हो जिसने मुकम्मल किया है मुहब्ब्त को, मैं भी तो हूँ जो सह रहा हूँ अंजाम-ए-वफ़ा.... एक तुम ही नहीं हो जिसने मुकम्मल किया है मुहब्ब्त को, मैं भी तो हूँ जो सह रहा हूँ...
तुम्हे बारिश बन शुष्क भूतल कणों का श्रंगार करना होगा तृप्त हो जाये मन मेरा तुमको इस तरह प्यार करना ... तुम्हे बारिश बन शुष्क भूतल कणों का श्रंगार करना होगा तृप्त हो जाये मन मेरा तुमक...
तेरी हर बात ...तेरी हर अदा....तेरा दर्द ...तेरे आंसू.....तेरे बोले शब्द...तुझसे जुड़ा हर एहसास मोहब्ब... तेरी हर बात ...तेरी हर अदा....तेरा दर्द ...तेरे आंसू.....तेरे बोले शब्द...तुझसे ...
शोर है सांसों में और सरगम की तलाश है शोर है सांसों में और सरगम की तलाश है
एक कहानी की तरह सफल हो जीवन एक कहानी की तरह सफल हो जीवन
उम्मीदें टूट चुकी है सब, फिर भी एक उम्मीद रखने का मन क्यों करता है, मौत तो आनी है एक दिन फिर भी जीने... उम्मीदें टूट चुकी है सब, फिर भी एक उम्मीद रखने का मन क्यों करता है, मौत तो आनी ह...
मन्नतों के धागों से बाँध लिया है तुझको हाथ की कलाई से एक रिश्ते सा तू अब मेरे साथ-साथ चलता है मन्नतों के धागों से बाँध लिया है तुझको हाथ की कलाई से एक रिश्ते सा तू अब मेरे सा...
मैं बहती शुष्क सी, कांतिहीन कुरूप माया , तुम मधुर रस से, मैं तिक्त अनुभूतियाँ ..... मैं बहती शुष्क सी, कांतिहीन कुरूप माया , तुम मधुर रस से, मैं तिक्त अनुभूतियाँ .....
बंजर दिल की जमीं पर फूलों का एक बाग लगाया जाए। जिन चिरागों को रौशन करु मैं उन चिरागों को बुझाने से ब... बंजर दिल की जमीं पर फूलों का एक बाग लगाया जाए। जिन चिरागों को रौशन करु मैं उन चि...
प्रेम पिपासा की गहनता सदा आँखों को खोले ,पलकों को टांगे रहती है । ....................... प्रेम पिपासा की गहनता सदा आँखों को खोले ,पलकों को टांगे रहती है । .................
आँसुओं ने अगर आग रख दी यहाँ ख्व़ाब जितने भी थे, सब जले आप के आँसुओं ने अगर आग रख दी यहाँ ख्व़ाब जितने भी थे, सब जले आप के
रंगहीन जीवन लगता हो खुदा से केवल शिकायतें हो , तुम भीड़ में अकेले मत होना , ऐसा जब भी हो बस बताना ...... रंगहीन जीवन लगता हो खुदा से केवल शिकायतें हो , तुम भीड़ में अकेले मत होना , ऐसा ज...
जब पत्तियां थीं, फूल थे पर सिर्फ मैं नही था तुम्हारी नोटबुक में चकित, विस्मित दरीचों की ओट से पढ... जब पत्तियां थीं, फूल थे पर सिर्फ मैं नही था तुम्हारी नोटबुक में चकित, विस्मित...
हम तुम दोनों नदी किनारे बैठ देखते जल के धारे नीचे धरती ऊपर अम्बर चाह मिलन की लिए पुकारे। हम तुम दोनो... हम तुम दोनों नदी किनारे बैठ देखते जल के धारे नीचे धरती ऊपर अम्बर चाह मिलन की लिए...
कभी झुरमुट बन जाते हैं साँझ से तेरे हर्फ़ कभी झुरमुट बन जाते हैं साँझ से तेरे हर्फ़