सबसे उत्तम पड़ोसी धर्म
सबसे उत्तम पड़ोसी धर्म
सबसे उत्तम और सबसे सत्यम :
होता हमेशा अपना पड़ोसी धर्म !
तकलीफ हमारी बहुत बढ़ जाती :
ज़ब भी हमारे पड़ोसी होते सुखम !
पड़ोसी के घर जो नया आए टी.वी :
शोर बहुत मचाए शर्मा जी की बीवी !
गुप्ताइन दिखती है क्यों कम उम्र की :
झाँककर देखे पड़ोसन खोल खिड़की !
ठकुराइन के तो हैँ सारे जेवर नकली :
महरी ने छुपके पंडिताइन की चुगली !
सज धजकर ज़ब मिसेज़ सिँह निकली :
आह भरती सब देख उनकी कमर पतली!
हम तो पड़ोसियों से बोलते हैँ बहुत कम :
चुपचाप बैठकर देखते रहते दृश्य मनोरम!
