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V. Aaradhyaa

Comedy

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V. Aaradhyaa

Comedy

सबसे उत्तम पड़ोसी धर्म

सबसे उत्तम पड़ोसी धर्म

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सबसे उत्तम और सबसे सत्यम :

होता हमेशा अपना पड़ोसी धर्म !


तकलीफ हमारी बहुत बढ़ जाती :

ज़ब भी हमारे पड़ोसी होते सुखम !


पड़ोसी के घर जो नया आए टी.वी :

शोर बहुत मचाए शर्मा जी की बीवी !


गुप्ताइन दिखती है क्यों कम उम्र की :

झाँककर देखे पड़ोसन खोल खिड़की !


ठकुराइन के तो हैँ सारे जेवर नकली :

महरी ने छुपके पंडिताइन की चुगली !


सज धजकर ज़ब मिसेज़ सिँह निकली :

आह भरती सब देख उनकी कमर पतली!


हम तो पड़ोसियों से बोलते हैँ बहुत कम :

चुपचाप बैठकर देखते रहते दृश्य मनोरम!


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