सबसे अनूठा हिंदुस्तान
सबसे अनूठा हिंदुस्तान
जिसकी गौरव गाथा हर लब पर,
बरसे फूल धरा और नभ पर
योग साधना जिसकी धरोहर
छवि इतनी मादक मनोहर
ओढ़ें नदियों का सौंदर्य जो तन पर
शोभित मधुर भाषाएँ बदन पर
दिव्य हिमालय जिसकी शान
जग में सबसे अनूठा हिंदुस्तान ॥
जहाँ गूँजे वन्दे मातरम् घर घर
होवे शत्रु विचलित काँपे थर थर
जन्मे टैगोर कलाम से रत्न धरा पर
एक ‘लाठी’ ने किया तोपों को बे असर
यहाँ जलवे सुभाष के तो आज़ाद के तेवर
सब नतमस्तक देख लक्ष्मी के जौहर
हर माँ चाहे यहाँ ‘भगत’ सी संतान
जग में सबसे अनूठा हिंदुस्तान ॥