संस्कृति का परिधान-हिंदी
संस्कृति का परिधान-हिंदी
प्रकृति का सौंदर्य इसमें
पर्वतों का आह्वान है
सभ्यता की चूनर ओढ़े
संस्कृति का परिधान है
छवि मधुर अलौकिक इसकी
ये हिंद की पहचान है
विश्व करता नमन जिसे
हमें ‘हिंदी’ पर अभिमान है ॥
प्रकृति का सौंदर्य इसमें
पर्वतों का आह्वान है
सभ्यता की चूनर ओढ़े
संस्कृति का परिधान है
छवि मधुर अलौकिक इसकी
ये हिंद की पहचान है
विश्व करता नमन जिसे
हमें ‘हिंदी’ पर अभिमान है ॥