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Prafulla Kumar Tripathi

Inspirational

4.0  

Prafulla Kumar Tripathi

Inspirational

सबके हिस्से है लाक डाउन

सबके हिस्से है लाक डाउन

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ना तो 'नाउन' ना 'प्रोनाउन'

सबके हिस्से है 'लाक डाउन '

क्या फकीर क्या पहने 'क्राउन'

सबके हिस्से है लाक डाउन


चीन हो इटली या अमरीका

सबने बारी - बारी देखा

यह तो केेमिकल बम के जैसा

मानो तीसरे विश्व युुद्ध सरीखा !


मारक घन घमंड ना करतेे

नारक ऐसी दशा न ढोते

गर प्रकृृृति को साथ ले चलते

ऐसे बैठेे हाथ न मलतेे


अब जो तीर निशाने पर है

नर संहारक बन बैठा है

तरकश स्वयं अचंभित सा है

दुश्मन कहां छिपा बैठा हैै


लौटो जन - मन तुम अतीत में

रहना सीखो मर्यादा मेें

खाद्य अखाद्य सुपाच्य चयन में

परिवर्तन कर दो भोजन में


यह संक्रमण काल है क्योंकि

 तुम बन बैठे आज हो दानव

पूजा पाठ को तुम बिसरा कर

रोबोट को समझे हो मानव 


कोरोना है खीर नहीं है

राक्षस है यह पीर नहीं हैै

ईमेली संंवाद नहींं  है

कुदरत ने यह छेेेड़ा है


धरती की गहराई नापे

आसमान की ऊंचाई

हर पल इतने बिजी हो गये

समझ ना पाये सच्चाई।


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