सौतेली हिंदी
सौतेली हिंदी
एक किसी ने हिंदी की तारीफ की
दूसरे उसके विरोध में आ गये।
वाह गुरु तुमने क्या बात कही
तुम तो छा गये, छा गये !
कान लगा के सुना जब
जो भी तुम बतिया गये
हिंदी को गाली देते तुम
अंग्रेजी में घिघिया गये !
नही हिंदी से प्यार न सही
अंग्रेजी कौन तुम्हारा पूत है
बना के अंग्रेजी को महलों की रानी
हिंदी रखी तुमने अछूत है !
तख्तियां तुमने सजा ली
हिंदी का चीर हरने को !
कितनी अच्छा होता गर ये कहते
हैं हम तैयार इस गर्व को
अंगीकार करने को !
हैं तैयार हम इसके शब्दों,
लेखनी को अजर अमर करने को !