साक्षरता
साक्षरता
है अक्षर अनादि अनंत का नाद
साक्षरता शक्ति स्वरूप अनुनाद
अक्षर बृह्म अरूप है
साक्षर बृह्म स्वरूप
निरक्षर तन मन कुरूप है
अक्षर पुरुषोत्तम रूप
साक्षर बन संधान करो
नित नूतन अनुसंधान करो
दूर जगत का अंधकार करो
तंत्र साक्षरता का संचार करो
कामधेनु बन सकती है साक्षरता
साक्षरता है कल्पवृक्ष सी आवश्यकता
प्रज्ञा ज्ञान जगा सकती है साक्षरता
चरित्र संस्कार जगा सकती है साक्षरता
दया करुणा कर्तव्य जगा सकती है साक्षरता
मानव का कल्याण कर सकती है साक्षरता
है अक्षर अनादि अनंत का नाद
साक्षरता शक्ति स्वरूप अनुनाद।