हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
हिन्दी मेरे देश की, करते सब गुणगान।
भाषा हिन्दी में बँधें, नर - नारी विद्वान।।
आंगल सौतन सी लगे, हिन्दी सुता सुनीति।
पूज्य ग्रंथ सी लग रही, पुरखों का वरदान।।
एक सूत्र में सब बँधें, हिन्दुस्तानी लोग।
हिन्दी हृदय सुवास हो,मिट जाये अज्ञान।।
जन-जन हिन्दी हिय बसी,बच्चों में उल्लास।
हिन्दी से बनता मनुज, सहज हृदय गुणवान।।
उर्दू, संस्कृत, फारसी, पायीं बहन अपार।
अवधी, बुंदेली, सुता, हिन्दी मात समान।।
हिन्दी भाषा प्राण है, काव्य रूप सौंदर्य।
हिन्दी के सम प्रेरणा,मिले हिन्द को मान।।
गद्य-पद्य जननी बनी, लेखक का उदगार।
चार वेद की मात है,हिन्दी बहुत महान।।
हिन्द देश की हिन्दी भाषा है महान।
ये राष्ट्र भाषा बने, सभी लो इस पर संज्ञान।