लोरी
लोरी
सोजा मेरे लाल अब चैन की नींद सोजा, हिन्द देश जाग रहा है।
इम्तिहान से सोजा, देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है।
अब आगया प्रधानमंत्री एक राष्ट्र भक्त प्यारा।
ख़त्म हुए घोटाले,मिट गया भ्रष्टाचार सारा।
कल था एक सपना आज वो हकिकत हो रहा है।
विकास की बौछार, विश्व गुरु का सपना सच्च हो रहा है।
युवा बुलंदियों संग होंसलो की उड़ान भर रहा है।
सोजा मेरे लाल अब चैन की नींद सोजा हिन्द देश जाग रहा है।
ये धवल चांदनी अच्छे स्वप्न लेकर धरा पर आये।
आओ मिलकर फिर से भारत को विश्व गुरु बनाऐं।
चहुंओर हरियाली धरा पर खुशियों के गीत गाए।
प्रकृति का कर संतुलन मानव पर्यावरण प्रेम दिखाए।
धरती मां बसंत की लोरी सुनाए, सुहाना मौसम आ रहा है।
सोजा मेरे लाल अब चैन की नींद सोजा हिन्द देश जाग रहा है।
तेरी निंदिया में आयेगी झांसी की रानी, तुझे सुनाएगी आजादी की कहानी।
अब होगी चाहत पूरी सबकी, नहीं चलेगी किसी की मनमानी।
देशद्रोही भी देशभक्ति गीत गुनगुनाने लगे हैं, अत्याचारियों का शोर थमा जा रहा है।
राष्ट्रमयी हुआ धरा अम्बर सारा, शांति का माहौल बना जा रहा है।
देती हूं तुझे देशभक्ति की थपकी मेरे लाल, मेरा मन भरा जा रहा है
सो जा मेरे लाल अब चैन की नींद सोजा हिन्द देश जाग रहा है।।