ये गर्व भरा मेरा मस्तक है मेरी माँ। ये गर्व भरा मेरा मस्तक है मेरी माँ।
तब तुम एकता का महत्व समझोगे और तब एक और एक ग्यारह हो जाओगे। तब तुम एकता का महत्व समझोगे और तब एक और एक ग्यारह हो जाओगे।
खिलता है सौहार्द सुमन एकता विहंसति होती है। खिलता है सौहार्द सुमन एकता विहंसति होती है।
अपने हालात का और फ़िर कभी देखा भी नहीं पलट कर अपने हालात का और फ़िर कभी देखा भी नहीं पलट कर
चम्पा कल भी पढ़ना नहीं जानती थी और आज भी काले काले अक्षर नहीं चीन्हती है । चम्पा कल भी पढ़ना नहीं जानती थी और आज भी काले काले अक्षर नहीं चीन्हती है ।
अक्षरों में। अक्षरों में।