चम्पा कल भी पढ़ना नहीं जानती थी और आज भी काले काले अक्षर नहीं चीन्हती है । चम्पा कल भी पढ़ना नहीं जानती थी और आज भी काले काले अक्षर नहीं चीन्हती है ।
तुझे जाने सर्व संसार। तुझे जाने सर्व संसार।
हाँ वो विशुद्ध हो कर ईश को जरूर पा लेते हैं ! हाँ वो विशुद्ध हो कर ईश को जरूर पा लेते हैं !
साक्षर भारत का सपना मिलकर सच बनाएंगे शिक्षा की अलख जगाएंगे। साक्षर भारत का सपना मिलकर सच बनाएंगे शिक्षा की अलख जगाएंगे।
चोक डस्टर को में मित्र अपना बनाता हूँ। मै एक शिक्षक कहलाता हूँ। चोक डस्टर को में मित्र अपना बनाता हूँ। मै एक शिक्षक कहलाता हूँ।
समर्पण धरा को सींचने की, मिट्टी बन कर रह गए समर्पण धरा को सींचने की, मिट्टी बन कर रह गए