मै एक शिक्षक कहलाता हुं।
मै एक शिक्षक कहलाता हुं।
मैं हर बालक में ज्ञान का दीप जलाता हूँ।
प्रवृत्ति को मैंं हर बालक में सजाता हूँ।
चोक डस्टर को में मित्र अपना बनाता हूँ।
मैं एक शिक्षक कहलाता हूँ।
असंभव को संभव में बनाता हूँ।
अज्ञान रुपी अंधकार को मिटाता हूँ।
सच्चाई का बीज हर दिल में जगाता हूँ।
मैं एक शिक्षक कहलाता हूँ।
राष्ट्रीय शिक्षा में सहयोग अपना देता हूँ।
हर एक ईन्सान को साक्षर मैंं बनाता हूँ।
भष्टाचार को दूर करनेका प्रयास करता हूँ।
मैं एक शिक्षक कहलाता हूँ।
हर बालक के दिल में मैं पहुंचता हूँ।
सर्जनात्मकता को बाहर लाने की कोशिश करता हूँ।
प्रामाणिकता का नाम देश में लाना चाहता हूँ।
मैं एक शिक्षक कहलाता हूँ।