साहस
साहस
हैं नि:सहाय भी तो,वीर घबराते नहीं
देख विपत्ति राह भटक जाते नहीं
जिस काम को साध हाथों में लिया
बिन पूर्ण किए समय व्यर्थ गंवाते नहीं।
रास्ते कितने हों कठिन
नहीं शब्दकोष में शब्द नामुमकिन
जिस राह में बढ़े बढ़ते ही गये
आसमां से ऊंचे प्रस्तर भी चढ़ गये।।
कर्ण मेरे थे सुने कुछ सुवचन
ऊर्जा, उत्साह,बिन शक्ति जीव व्यर्थ है।
है असम्भव शब्द कायरों का
वीर योद्धाओं का हौसला ही शस्त्र है
सरल ,सरल नहीं, न जटिल सदा
कर्म के आगे झुकता अकर्मण्य सदा।।
न मोह पाश में बंधना बनके धृतराष्ट्र है।
वीरों तुम्हीं से परिपूर्ण सकल राष्ट्र है।