जिंदगी की चंद सीढ़ियां चढ़ते ही, रुक गया है मेरा वर्तमान। जिंदगी की चंद सीढ़ियां चढ़ते ही, रुक गया है मेरा वर्तमान।
उस धैर्यवान राही को क्या, कोई बाधा अब रोक सके उस धैर्यवान राही को क्या, कोई बाधा अब रोक सके
अगर भ्रमित हो जाऊं कभी मैं मुझे उचित मार्गदर्शन मिलता रहे....। अगर भ्रमित हो जाऊं कभी मैं मुझे उचित मार्गदर्शन मिलता रहे....।
हैं नि:सहाय भी तो,वीर घबराते नहीं देख विपत्ति राह भटक जाते नहीं। हैं नि:सहाय भी तो,वीर घबराते नहीं देख विपत्ति राह भटक जाते नहीं।
आज एक नारी की इज्ज़त, लुटती रही भीड़ भर में आज एक नारी की इज्ज़त, लुटती रही भीड़ भर में